मसूरी। वर्षो से विकास की बाट जोह रहा एमडीडीए का ईको पार्क की दुर्दशा पर एमडीडीए का ध्यान गया ,अब इसके विकास का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। 16 हेक्टेयर में फैला प्राकृतिक सांैदर्य से भरपूर इस पार्क के दिन अब शीघ्र बहुरेंगे।
ईको पार्क का निरीक्षण एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया ने किया। उन्होंने निरीक्षण के बाद बताया कि शहर के निकट यह खूबसूरत स्थान है, जिसको टेªकिंग के लिए बनाया जायेगा, वहीं इसके प्राकृतिक सौदर्य को देखते हुए इसका विकास किया जायेगा ताकि इसकी हरियाली प्रभावित न हो इसके लिए वन विभाग का भी सहयोग लिया जायेगा। इसकी खूब सूूरती को देखते हुए यहां पर देशी व विदेशी पर्यटक भी यहां आ सकेंगे व टेªकिंग के साथ ही इसके प्राकृतिक सौंदर्य को और अधिक उपयोगी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस पार्क के विकसित करने के लिए एमडीडीए की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास हो चुका है और अब शीघ्र ही इसको विकसित करने का प्रस्ताव लाया जायेगा कि इसके विकास मेें कितना पैसा लगेगा इसका आगणन बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस पार्क के एक ओर आईटीबीपी की भूमि है और दूसरी ओर नगर पालिका की भूमि है। इस पार्क में उपर से नीचे व नीचे से उपर टेªक किया जायेगा व यहां की ठंडी हवा का पर्यटक आनंद ले पायेंगे वहीं स्वास्थ्य लाभ भी कर सकेंगे। इस पार्क में दोनों ओर रोड है जिससे किसी को यहंा आने में परेशानी नहीं होगी। इस मौके पर एमडीडीए के अधिशासी अभियंता अतुल गुप्ता, एई अभिषेक भारद्वाज, जेई मनवीर पंवार सहित अधिकारी मौजूद रहे।
मालूम हो कि एमडीडीए ने इस पार्क को करीब दो दशक पहले औषधीय पार्क के रूप में विकसित किया था लेकिन उसके बाद इस ओर ध्यान नहीं दिया और न ही इसका प्रचार प्रसार किया जा सका जिस कारण इसका लाभ पर्यटन की दृष्टि से नहीं उठाया जा सका। उस समय जो विकास कार्य किए गये थे व औषधीय पौधे लगाये गये थे वह भी धीरे धीरे देखभाल के अभाव में समाप्त हो चुके हैं लेकिन अब उम्मीद है कि इस पार्क की दशा सुधरेगी व यह एक नये पर्यटक स्थल के रूप में उभर सकेगा।