मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) दीव, सूरत और नंदुरबार से होते हुए भोपाल, नौगांव, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर पर बनी हुई है भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार अखिल भारतीय मौसम सारांश और पूर्वानुमान बुलेटिन मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) इस समय 20.5° उत्तरी अक्षांश/ 60° पूर्वी देशांतर, दीव, सूरत, नंदुरबार, भोपाल, नौगांव, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर से होकर गुज़र रही है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के हरियाणा और पंजाब के बाकी हिस्सों तथा राजस्थान में मॉनसून के दस्तक देने के लिए मौसमी स्थितियाँ अनुकूल नहीं हैं। अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश और गुजरात के बाकी हिस्सों में भी मॉनसून की प्रगति बहुत धीमी गति से होने की संभावना है। गंगीय पश्चिम बंगाल पर बने चक्रवाती क्षेत्र के प्रभाव से बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा उत्तरी ओडिशा में अगले 2-3 दिनों के दौरान भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के भागों पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 2-3 दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश होगी। एक-दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश भी हो सकती है। पश्चिमी तटों पर दक्षिणी कर्नाटक से उत्तरी केरल तक एक ट्रफ बनी हुई है। इसके प्रभाव से कोंकण व गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अगले 2-3 के दौरान जबकि कर्नाटक, केरल और माहे में अगले 2 दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। कोंकण गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अगले 24 घंटों के दौरान मूसलाधार वर्षा होने के आसार हैं। उत्तरी जम्मू कश्मीर से उत्तर-पूर्वी अरब सागर के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से उत्तराखण्ड में अगले दो दिनों के दौरान कई जगहों पर बारिश की संभावना है। राज्य में इस दौरान कुछ जगहों पर भारी से अति भारी बारिश का भी अनुमान है। उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी […]
Continue Reading