मसूरी
टीबी उन्मूलन के लिए उप जिला चिकित्सालय में एक्शन फाॅर एडवांसमेंट आॅफ सोसाइटी आस, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी एवं उपजिला चिकित्साल ने संयुक्त अभियान चलाकर 20 से अधिक टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया ।
उप जिला चिकित्सालय मसूरी में एक अभियान टीबी से मुक्ति कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें टीबी रोग व उससे बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया वहीं टीबी रोगियों को अंगीकृत करने के आहवान के साथ 20 से अधिक टीबी रोगियों को पोषक आहार वितरित किया गया। उप जिला चिकित्सालय में आयोजित टीबी उन्मूलन के लिए आस संस्था के माध्यम से नंदा तू राजी खुशी रैंया कार्यक्रम के तहत टीबी रोग के बारे में विस्तार से बताया गया व उससे बचने के उपाय भी बताये गये। इस मौके पर लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के सीएमओ डा. मयंक बडोला ने कहा कि लबासना में प्रशिक्षण लेने आने वाले सभी सीनियर व जूनियर अधिकारियों को टीबी संक्रमण के बारे में बताया जाता है ताकि वे जिस क्षेत्र में भी तैनात हों वह इस संक्रामक रोग के बारे में आम जनता को जागरूक करें। इस मौके पर मसूरी के बीस से पच्चीस टीबी रोगियों को जिनका उपचार चल रहा है उन्हें पोषक आहार वितरित किया जा रहा है ताकि वे शीघ्र स्वस्थ्य हों। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में टीबी के बहुत रोगी है जिन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता लेकिन उम्मीद है कि जिन लोगों का उपचार चल रहा है वह चैंपियन बन कर अन्य लोगों को इस योजना के बारे में बतायें ताकि उनका भी उपचार हो सके व उन्हें स्वस्थ्य होने में पोषक आहार उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने टीबी रोग के लक्षण के बारे में बताया व कहा कि टीबी केवल फेफड़ों में ही नहीं होती बल्कि हडिडयों, पेट आदि में भी होती है। वहीं कई महिलाओं में भी बांझपन का कारण टीबी होता है। इस रोग से निपटने के लिए सरकार व संस्थाओं के माध्यम से कार्य किया जा रहा है, लेकिन उनको पौष्टिक आहार मिले इसके लिए बड़े संस्थानों होटलियर्स आदि को आगे आने का आहवान किया गया ताकि वे रोगियों को अंगीकृत करें व उन्हें पोषक आहार उपलब्ध करायें। इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी मनोज वर्मा ने कहा कि इस रोग से निपटने के लिए समाज की बडी संस्थाओं को आगे आना चाहिए व उन्हें गोद लेकर उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करायें। उन्होंने बताया कि डेटा के अनुसार करीब 23सौ टीबी रोगी हैं। उनमें सक्षम को छोड कर सभी रोगियों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रहे है। वहीं टीबी रोगियों को तीस रूपया राशन पहुचाने का देतें हैं जिसे बढाकर पचास रूपया किया जा रहा है। इस मौके पर आस संस्था की सचिव हेमलता ने कहा कि संस्था गत बीस सालों से टीबी रोगियों के बीच में कार्य कर रहे है व उन्हें पोषाहार उपलब्ध करा रहे हैं वहीं टीबी चैंपियन को वालियंटर बना कर जोड रहे हैं ताकि वे विकास की धुरी बन सकें व वे टीबी रोगियों को सहयोग कर सकें। उन्हांेने कहा कि यह कार्य संयुक्त रूप से किया जा रहा है जिसमें सरकार, लबासना, व सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं व समृद्ध संस्थओं के साथ बात कर उन्हें टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए कहते है ताकि उन्हें पौष्टिक आहार मिल सके व वे शीघ्र स्वस्थ्य हो सकें। इस मौके पर उप जिला चिकित्सालय अधीक्षक डा. यतेंद्र सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया व कहा कि अस्पताल में भी टीबी रोगियों को विशेष सुविधा प्रदान की जाती है व विगत वर्ष भी पोषाहार दिया गया था, लेकिन इस रोग के प्रति आज भी समाज गलत धारणायें है व उनके प्रति ठीक व्यवहार नहीं किया जाता इसके लिए समाज को जागरूक करने की जरूरत है। इस मौके पर डा.विनीता बडोला, बृहस्पति कोठियाल, मनीषा, अंकुर नेगी, डा. अभिनव सिंह, डा. खजान सिंह, डा. मीता श्रीवास्तव, डा. आभास सिंह, डा. सैली सिंह, मोहन पेटवाल आदि मौजूद रहे।