अगस्त क्रांति दिवस पर केंद्र सरकार के खिलाफ किया श्रमिक संगठनों ने किया प्रदर्शन

उत्तराखंड मसूरी

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अखिल भारतीय टेªड यूनियन कांग्रेस मसूरी शाखा ने भारत छोड़ों आंदोलन के तहत अगस्त कंा्रति दिवस पर प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया व प्रदेश के मुख्यमंत्री को एसडीएम के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं व मांगो पर ज्ञापन प्रेषित किया।
पिक्चर पैलेस स्थित शहीद भगत सिंह चौक  पर अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस मसूरी शाखा ने अगस्त क्रांति दिवस पर विभिन्न श्रमिक समस्याओं को लेकर धरना व प्रदर्शन किया। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया कि 9 अगस्त भारत के इतिहास में अहम स्थान रखता है तथा इसी दिन अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का आगाज हुआ था लेकिन आजादी के 70 साल होने के बाद भी श्रमिक वर्ग गुलामी की जंजीरों से जकड़ा महसूस कर रहा है। सरकारें श्रम कानूनों को कार्पोरेट घरानों के हितों को साधने के लिए लगातार बदलाव कर रही है। ज्ञापन में कहा गया कि लंबे संघर्षों के बाद हासिल 29 श्रम कानूनों के स्थान पर मजदूर वर्ग के लिए विनाशकारी चार संहिताओं को संसद में बिना किसी चर्चा के एक तरफा पास कर दिया। ज्ञापन में लगातार बढ़ती मंहगाई, के साथ कोरोना संक्रमण में श्रमिकों पर आये संकट सहित राज्य के सभी होटलों जो पंजीकृत नहीं है उनके श्रमिकों को भी छह माह तक आर्थिक मदद दी जाय, उत्तराख्ंाड के अधिसूचित उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन बढाकर 21 हजार करने, कोविड काल में श्रमिकों का रूका वेतन देने, जिन श्रमिकों की कोविड में मृत्यु हुई उनको उचित मुआवजा देने की मांग है। प्रदर्शन के दौरान एटक के अध्यक्ष आरपी बडोनी ने कहा कि नौ अगस्त क्रांति पर पूरे देश में श्रमिक वर्ग प्रदर्शन कर रहा है व विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है तथा केंद्र व राज्य सरकार को उखाड़ने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर भाकपा सचिव देवी गोदियाल ने कहा कि अगस्त कंा्रति दिवस पर केंद्र की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। इस मौके पर सतीश कुमार, जगदीश उनियाल, केदार चैहान, कमल भंडारी, पूरण नेगी, अनूप कोठारी, बलदेव सिंह, सत्येश्वर बडोनी, मंगल सिहं, संजय टम्टा, सलीम अहमद सहित बडी संख्या में श्रमिक मौजूद रहे।

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