गूंज और भुली संस्था ने बच्चों के बोद्धिक विकास को लर्निंग प्रोग्राम Let’s light up तैयार किया

उत्तराखंड शिक्षा

देहरादून
गूंज संस्था और भुली सामाजिक संस्था ने कोरोना काल में अंागनबाडी में जाने वाले बच्चों के शैक्षणिक बौद्विक विकास के लिए खास तरीके की आकर्षक लेटस लाइट अप वर्कशीट तैयार की गई हैं। जिसे जल्दी ही शिक्षा विभाग से एप्रोव कराने के लिए पाॅयलेट प्रोजेक्ट के रूप में देहरादून से शुरू किया जाएगा। वर्कशीट के डिजाइन के समय इस बात का ख्याल रखा गया कि जिन बच्चो की मां घरों में काम करती है। और पिता छोटी-मोटी नौकरी करते है। उनको केंद्र में रखकर यह वर्कशीट तैयार की गई है।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में गूंज संस्था की अध्यक्ष डा सोनिया आंनद रावत और भुली संस्था की दीपा धामी ने इस पत्रकार वार्ता के दौरान संस्था की और से जारी वर्कशीट भी जारी की। जिसका लोकार्पण भी किया गया। डां सोनिया रावत ने बताया कि वर्कशीट बनाते समय कई मनोचिकित्सक, मनौवैज्ञानिक और चाइल्ड एजुकेशन पर काम कर रहे लोगों की राय ली गई। उसके बाद ही वर्कशीट तैयार की गई है। उनका मकसद है कि कोरोना काल में छोटे बच्चे ने तो आॅनलाइन पढ़ाई से जुड़े रहे और न ही कोई रचनात्मकता की और इनका ध्यान गया। सुश्री दीपा धामी ने बताया कि आने वाले समय में भुली संस्था बडे बच्चों के लिए भी माडयूल तैयार करेगी। और विभागीय अधिकारियों से मिलकर इस पर काम किया जाएगा। समाजसेवी साधना जयराज ने कहा कि बच्चों के चहुमुंखी विकास के लिए जरूरी है कि रचनात्मकता की और उनका ध्यान आकर्षित किया जाए। कोरोना काल में बच्चे भी किसी ने किसी रूप में डिप्रेशन के शिकार भी हुए है। खेलकूद और अन्य गतिविधियां न होने से बच्चे कुंठित है। ऐसे में इस किस्म की वर्कशीट बच्चों के मानसिक और बौद्विक विकास में कारगर साबित होगी। इस मौके पर अनिल वर्मा, वंदना सैनी, निधी राणा समेत अनेक लोग मौजूद थे।

Spread the love