देहरादून : मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में स्नेहिल संस्था द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्रीय कला यात्रा के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्नेहिल स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्नेहिल संस्था द्वारा शहीदों एवं क्रांतिकारियों का कला एवं साहित्यिक गतिविधियों द्वारा स्मरण किया जा रहा है, यह एक सराहनीय प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला, साहित्य एवं संस्कृति मानव जीवन के अभिन्न अंग हैं। हमारे क्रान्तिकारियों, बलिदानियों एवं देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वालों की याद में देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के इन सपूतों के कृत्यों और गाथाओं की जानकारी युवा पीढ़ी को होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 04 जुलाई को उत्तराखण्ड का मुख्य सेवक बनने के बाद से मेरा प्रयास रहा है कि हमारे आन्दोलनकारियों एवं शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का विकास हो। इन 100 दिनों में प्रत्येक क्षण का सदुपयोग कर प्रदेशवासियों की सेवा करने के लिए हर संभव प्रयास किये हैं। समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया है। समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर एवं जन भावनाओं के हिसाब से राज्य सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य का विकास मेरी अकेली यात्रा नहीं है, यह सामूहिक यात्रा है जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। सरकार जनता के साथ साझीदार के रूप में कार्य कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानन्द, महात्मा गांधी , भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चन्द्र बोस, खुदीराम बोस, सरदार पटेल, रानी लक्ष्मीबाई, सावित्री बाई फुले कनकलता बरुआ जैसे अनेक आंदोलनकारियों एवं क्रांतिकारियों की पेंटिंग का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में स्नेहिल संस्था के संरक्षक डॉ. आर.बी. सिंह, चौधरी अवधेश कुमार, स्नेहिल संस्था की अध्यक्ष डॉ. ममता सिंह, श्रीमती शशि, डॉ राशि झा, डॉ रामवीर सिंह, श्रीमती मंजुला सिंह, डॉ चेतना पोखरियाल, डॉ अलका मोहन शर्मा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।